Manzil Lyrics – Ranjit Bawa – Desi Crew

Punjabi Song Manzil

Manzil Lyrics. Latest Punjabi Song Manzil sang by Ranjit Bawa. Words for Manzil song are penned by Bikk Dhillon and Music for Manzil song is composed by Desi Crew.

Song Credits
Song: Manzil
Singer: Ranjit Bawa
Song Lyrics: Bikk Dhillon
Music/Composer: Desi Crew
Release Year: 2020

Manzil Lyrics

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हो हो ओ हो.
देसी क्रू देसी क्रू

मेरे यारों
एविं ना होंसला हारो
तकड़े होक हम्बला मारो
वक्त गुज़रदा जावे जी

अखां खोलो हूँ ना डोलो
एविं ना जवानी रोलो
जज़्बा अपनो अंदरो तो लो
मेहनत रंग ले आवेगी

की हूंदयान ने तक़्दीरां
एह हाथां दिया लकीरां
यारों बदल दियों तसवीरां
डर जाना मंज़ूर नहीं

जे होने राह ते पक्के
पुट दुनिया मारे धक्के
बंदा दिल ना छोटा रख्खे
मंज़िल बहोती दूर नहीं
मंज़िल बहोती दूर नहीं

दिन रात नहीं हूँन  बहना
हौली हौली चलदे रेहना
बहोते खाले वि नै रेहना
खाली अग्गे तोये जी

चूब गए कंधे ते तड़पे
ओथे पैर नु बैगे फड़ के
पिच्छे वाल नु बज्जे डर के
सोल क्यों आईने होये जी

ए काम ना मर्दा वाले
दिल कमजोर हो गए भाले
क्यों नई खन्दा खून उबाले
चेहरे ते वि नूर नहीं

जे होने राह ते पक्के
पुट दुनिया मारे धक्के
बंदा दिल ना छोटा रख्खे
मंज़िल बहोती दूर नहीं
मंज़िल बहोती दूर नहीं

जो इक्क निशाना रखदे
फिर इतिहास ने ओहि रचदे
सौबा सारे जग्ग दे खट्ट दे
गल ए चेते रखयो जी

जो जग फ़तेह ने करदे
एविं नाल हालतां लड़ दे
कोशिश करने तो नहीं डरदे
ओहना खतया दस्सयो की

जो झुक्के समय दे अग्गे
बैठे वेखन खब्बे सज्जे
ओहनू फल वि किथों लग्गे
जीनु पैंदा बूर नहीं

जे होने राह ते पक्के
पुट दुनिया मारे धक्के
बंदा दिल ना छोटा रख्खे
मंज़िल बहोती दूर नहीं
मंज़िल बहोती दूर नहीं

करके एक खून पसीना
खोटा वि बन्न जाये नगीना
फिर ता रेहँदी कोई कमी ना
मुल्ल सिरे डा दा पेंदा जी

रब चढ़ दी कला दखावे
कित्ती मेहनत न रंग लावें
फर्शों अरशान तक पहुँचावे
बिक्का सचियाँ केहंदा जी

हो जांदे कर्ज पूरे
मंज़िल आयी खड़ी ऐ मुरे
तुर्र्दे हिक तान के सूरे
करदे कड़े गरूर नी

जे होने राह ते पक्के
पुट दुनिया मारे धक्के
बंदा दिल ना छोटा रख्खे
मंज़िल बहोती दूर नहीं
मंज़िल बहोती दूर नहीं

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